फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) दलित पत्रकार शिव किशोर की कमाई करने के प्रयास के दौरान पिटाई कर अगवा करने की कोशिश की गई है। कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने अपर पुलिस अधीक्षक के आदेश पर कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला भूसा मंडी निवासी शिव किशोर सिंह पुत्र शेर सिंह की करीब 6 माह बाद रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने रिपोर्ट में गाजियाबाद निवासी कुंदन सिंह एवं सुरेंद्र मोहन शर्मा को आरोपी बनाया है।
पुलिस ने अपराध संख्या 135/ 23 धारा 323 504 506 व अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। मुकदमे की जांच सीओ सिटी प्रदीप सिंह को सौंपी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक यू ट्यूब चैनल चलाने वाले शिव किशोर की फेसबुक पर दूरदर्शन भवन नई दिल्ली के कर्मचारी कुंदन सिंह से दोस्ती हो गई। कुंदन ने योगेश त्रिपाठी के नंबर से शिव शकिशोर सिंह को एक वीडियो भिजवाया।
शिव किशोर ने वीडियो में देखा कि दूरदर्शन भवन के तकनीशियन इंजीनियर व कैमरामैन कार्यालय के चेंबर में जुआ खेलने के दौरान रुपयों का भी लेनदेन कर रहे हैं। कुंदन ने फोन कर किशोर से कहा कि कोई ऐसा चैनल बताओ कि यह वीडियो चल जाये इन कर्मचारियों को सबक सिखाना है। किशोर सिंह ने कुंदन को बताया कि मैं यूट्यूब चैनल द वायरल नंबर 1 चलाता हूं उसमें आपकी खबर चला सकता हूं।
शिव किशोर ने वीडियो बनाकर कुंदन को बता दिया की वीडियो तैयार है अब क्या करना है। तभी कुंदन का शिव किशोर को फोन आया कि मैं बात श्याम शरण और अन्य लोग आ रहे हैं। आपसे मिलकर यह वीडियो सीडी में बनाकर पेन ड्राइव में बना कर ले लेंगे। किशोर जाटव ने कुंदन को बताया कि आप लोग फतेहगढ़ के रखा तिराहे के पास दरगाह के पास आ जाइए। वह लोग तय समय के अनुसार 17 सितंबर की रात 10.35 बजे आ गए।
किशोर ने उनको वीडियो दिखाया और उनसे कहा कि इसमें हमारा क्या फायदा है। हमारे चैनल को कोई विज्ञापन बगैरा करा दो। तो उन लोगों ने कहा कि नहीं वीडियो दे दो हम स्टाफ के लोगों को सबक सिखाएंगे और बाद में आपको विज्ञापन देंगे। विज्ञापन न मिलने के कारण शिव किशोर ने वीडियो देने से मना कर दिया। तभी वह लोग शिव किशोर के साथ मारपीट करने लगे इसी दौरान किशोर को धक्का देकर गाड़ी में डालने लगे।
किशोर को जाति सूचक गालियां देकर कहने लगे तेरा दिमाग खराब हो गया है तो बहुत बड़ा पत्रकार बन रहा है। चल तुझे ले जाकर कहीं मार कर डाल देंगे तो सही हो जाएगा। जान बचाने के लिए शिव किशोर राहगीरों को देखकर चिल्लाने लगा कि भाई साहब यह गलत बात है मेरे साथ अभद्रता मत करें मुझे गाड़ी में क्यों खींच कर डाल रहे हैं। किशोर की आवाज सुनते ही उधर से गुजर रहे अरविंद जाटव और प्रवीण अग्रवाल उर्फ राज आदि ने घटना देखी और बीच बचाव किया।
अन्य लोगों को देख कर हमलावरों ने किशोर को धमकी दी कि आज तो तू बच गया तुझे देखेंगे गाड़ी से कुचल कर दबाकर मार डालेंगे लोगों को लगेगा कि तेरा एक्सीडेंट हुआ है। यह कहकर हमलावर अपनी गाड़ी लेकर भाग गए गाड़ी यूपी 14 की थी शिव किशोर आगे का नंबर नहीं देख पाया क्योंकि रात का वक़्त था। शिव किशोर को जानकारी करने पर पता चला कि कुंदन सिंह व श्याम शरण गाजियाबाद के निवासी है।
शिव किशोर ने सुबह घटना की सूचना कोतवाली फतेहगढ़ को दी। पुलिस ने जांच करने की बात कोई कार्यवाही नहीं की। तब शिव किशोर ने 2 नवंबर को शिकायती पत्र भेजकर अनुसूचित जाति जनजाति आयोग लखनऊ का दरवाजा खटखटाया। शिव किशोर सिंह की कहानी में काफी लोचा है कि कोई व्यक्ति मात्र वीडियो बनवाने के लिए दिल्ली से कई लोगों के साथ कार से फर्रुखाबाद क्यों आएगा। अपने दोस्त को घर पर ना बुलाकर देर रात सुनसान इलाके पर क्यों बुलाया। पत्रकारिता में किसी की सहमति से ही विज्ञापन लिया जा सकता है।