जानिए- आम आदमी पार्टी का जिलाध्यक्ष नीरज प्रताप शाक्य कैसे करता लाखों की ठगी

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष नीरज प्रताप सिंह के द्वारा की गई लागी लाखों की ठगी का भंडाफोड़ हुआ है। कोतवाली फर्रुखाबाद के ग्राम सातनपुर निवासी नीरज प्रताप सिंह वायु सेना से सेवानिवृत्त इंजीनियर बताता है। नीरज ने शाक्य कुशवाहा महासभा का जिलाध्यक्ष बनकर बौद्ध धर्म के कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

जिससे उसकी जान पहचान बढ़ती गई। नीरज ने फर्रुखाबाद सदर विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी से बीता चुनाव लड़ा। चुनाव में नीरज को  756 वोट मिलने से जमानत जप्त हो गई। इससे पूर्व एमपी का चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भरा था नामांकन पत्रों की जांच के दौरान नीरज जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर बैठे रहे। किसी कमी के कारण उनका पर्चा खारिज कर दिया तो वह वहां फूट-फूटकर रोए थे।

जान पहचान का लाभ उठाकर नीरज ने नौकरी लगवाने के नाम पर पूर्व सैनिक से लाखों रुपए की ठगी की है। जनपद मैनपुरी के मूल निवासी पूर्व सैनिक तेज सिंह शाक्य ने बाईपास के किनारे मकान बनाकर व्यवसाय करते हैं। नीरज प्रताप ने फौजी तेज सिंह के बेटे की स्वास्थ्य विभाग में नौकरी बनवाने के लिए लाखों रुपए लेकर हड़प लिए हैं नौकरी के लिए न तो अखबार में विज्ञापन निकला और न ही आवेदन किया गया न ही इंटरव्यू हुआ।

तेज सिंह ने एफबीडी न्यूज को बताया की कि पूर्व सैनिक बताए जाने एवं सजातीय होने के कारण मेरी नीरज प्रताप से दोस्ती हो गई थी। नीरज ने वर्ष 2019 में बेटे की वार्ड बॉय पर नौकरी लगवाने के लिए 3 लाख रुपए लिए। बेटे को ज्वाइन कराने के लिए लखनऊ ले गए। तब पता चला कि नीरज बेटे को आउटसोर्सिंग की नौकरी लगवाने का प्रयास कर रहे थे। वहां लोगों ने नौकरी के नाम पर नीरज को रुपए न देने की सलाह दी थी।

नौकरी न लगने पर मैंने नीरज से रुपए वापस करने को कहा तो वह आज कल में रुपए देने का वादा करते रहे। मैं रुपयों का तगादा करते करते थक गया हूं लेकिन नीरज ने लाखों रुपयों में फूटी कौड़ी तक वापस नहीं की है। पता नहीं नीरज इस तरह नौकरी के नाम पर कितने लोगों के साथ ठगी की है और भविष्य में भी ठगी करने का प्रयास कर सकता है। ऐसे लोगों का चेहरा बेनकाब होना चाहिए जिससे लोग ठग से सावधान रहें।

सभी लोग मीडिया वालों की इज्जत करते हैं और पंगा लेने से घबराते हैं। लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान नीरज ने प्रचार करवा कर मीडिया कर्मी के हजारों रुपए हड़प लिए हैं। ऊल जलूल बोलने के कारण नीरज प्रताप सिंह को बौद्ध महोत्सव के कार्यक्रम में बोलने का मौका नहीं दिया गया। नीरज ने धम्म यात्रा के दौरान संवेदनशील संकिसा गांव के सामने उत्तेजक नारे लगवाए थे तब नीरज प्रताप को नारे लगाने से रोका गया था।

विधानसभा का स्वयं चुनाव लड़ने के कारण नीरज प्रताप को शाक्य कुशवाहा महासभा के जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया गया। तभी नीरज ने शिवम शाक्य को जिला अध्यक्ष पद पर नियुक्त कर दिया। परेशान लोगों ने अब नीरज के कारनामों को उजागर करना शुरू कर दिया है उनके विरुद्ध शीघ्र ही ठगी के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।

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