भाजपा प्रत्याशियों की हार की हो समीक्षा: सुधांशु द्विवेदी का तंज, रोने से नहीं मिलेगा प्रमाण पत्र

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) भारतीय जनता पार्टी के निकाय चुनाव में का प्रत्याशियों की हार की कलह बढ़ती ही जा रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष पर निरंतर हमले करने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधांशु द्विवेदी ने जिलाध्यक्ष पर तंज कसा है कि क्या रोने से जीत का प्रमाण पत्र मिल सकता है। एडवोकेट अंचल परिहार ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है कि प्रॉपर्टी डीलर नहीं दिखे इनके पार्टनर, जो पूरे शहर में इनके पोस्टर लगाते थे वह भी एकता के साथ दिखे।

दीपक दुबे ने कहा है कि हमें खुशी इस बात की है कि हमने साइकिल नहीं चलाई। लोगों ने फूल की आड़ में साइकिल चलाई। राहुल जैन ने दीपक दुबे से सवाल किया है कि हम को दुख इस बात का है कि आप भाजपा के होकर हाथी से पैसा लेकर हाथी को वोट दिया। भाजपा जिलाध्यक्ष की मां की हार का मीडिया प्रभारी शिवांग रस्तोगी को भी काफी दुख है।

उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि जनपद की उन सीटों पर भी कमल नहीं खिला जिन सीटों पर पिछले कई सालों से कमल खिलता रहा है ऐसा क्या कारण, समीक्षा होनी ही चाहिए। पत्रकार फैसल रईस ने लिखा है हार हुई सच्चाई की झूठ की हो गई जीत, ऊपर वाले तेरी उल्टी हो गई रीत।

बताया गया कि भाजपा की करारी हार के गम में जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता अभी तक घर से बाहर नहीं निकले हैं। उनके घर पर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं का जाने का सिलसिला जारी है। यदि वास्तव में देखा जाए ऐसे लोग जले पर नमक छलक रहे हैं और मलहम लगाने का प्रदर्शन कर रहे हैं।

यदि भाजपा कार्यकर्ता संगठित होकर जी जान से कमल के लिए प्रचार करके वोट डलवाते तो श्रीमती सुषमा गुप्ता के अलावा अन्य कई प्रत्याशी भी चुनाव जीत जाते। लेकिन कुछ नेताओं ने अपनी इज्जत बचाने के लिए फोन पर अपने समर्थकों को संदेश दिया कि भाजपा के बजाय हाथी को वोट दिया जाए किसी भी हालत में सपा प्रत्याशी जीतना नहीं चाहिए।

error: Content is protected !!