राजमिस्त्री कमलेश राजपूत की हत्या में पांच नामजद: भाभी चाचा चाची पुलिस शिकंजे में

कमालगंज फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) राजमिस्त्री कमलेश राजपूत की हत्या के मामले में 5 लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने आरोपी भाभी व चाचा चाची को हिरासत में ले लिया है। एफबीडी न्यूज की खबर पर मुहर लग गई है। थाना कमालगंज के ग्राम खेरे नगला निवासी योगेंद्र राजपूत पुत्र वेदराम ने गांव के गिरीश चंद राजपूत उनके बेटे सोनू मोनू व पत्नी सुशीला देवी एवं सोनू की पत्नी राधा के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

रिपोर्ट के मुताबिक कमलेश बिल्डिंग कांट्रैक्टर योगेंद्र के साथ राजमिस्त्री का काम करता था। कमलेश कमालगंज निवासी पत्रकार मोहन दुबे का किराएदार था। रिपोर्ट के मुताबिक सोनू मोनू ने बाइक देने के लिए बीते दिन सुबह कमलेश को अपने घर बुलाया था। कमलेश सुबह 9.30 बजे गांव चला गया था शाम को मोहन ने कमलेश का फोन मिलाया तो उसका फोन बंद मिला। तब मोहन दुबे ने कमलेश की गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई। बीती देर शाम पुलिस व योगेंद्र गांव में कमलेश को तलाश कर रहे थे।

तभी उन्हें गांव वालों ने बताया कि कमलेश अपने घर के बाहर कुर्सी पर बैठा था। सोनू व मोनू से विवाद हो रहा था उसी दौरान दोनों भाई कुर्सी सहित कमलेश को उठाकर घर के अंदर ले गए थे। सोनू मोनू राधा एवं शीला ने गला दबाकर कमलेश को मार डाला। कमलेश के शव को बोरी में बंद कर बेड के नीचे छुपा दिया था। योगेंद्र ने दर्ज कराई रिपोर्ट में आरोप लगाया कि कमलेश की हत्या के षड्यंत्र में गिरीश चंद भी शामिल है।

मालूम हो कि बीते दिन ग्राम खेरे नगला निवासी संतराम राजपूत के अविवाहित 25 वर्षीय पुत्र कमलेश की हत्या कर शव को बक्से में बंद कर दिया गया। कमलेश कमालगंज रेलवे रोड निवासी पत्रकार मोहन दुबे के घर पर नौकरी करता था। कमलेश के मां बाप भाई बहन नहीं है गांव में उसके नाम मकान वह खेत है चाचा गिरीश खेती करते हैं। कमलेश कभी कभार गांव जाकर वापस उसी दिन लौट आता था।

कमलेश मोहन के घर से सुबह 10 बजे चाचा गिरीश के यहां गया। गांव वालों ने कमलेश को को घर पर देखा था। जायदाद की रंजिश में कमलेश की हत्या की गई और शव को नीचे कमरे में रखे बक्से में बंद कर दिया गया। बक्से के एक गुंडे में ताला भी लगाया गया। मोहन दुबे को गिरीश ने घर पर कमलेश के न आने की जानकारी दी तो मोहन ने थाने में कमलेश की गुमशुदगी की सूचना दी थी।

थाना प्रभारी ने खुदागंज चौकी इंचार्ज आनंद कुमार शर्मा को जांच के लिए गांव भेजा। श्री शर्मा ने गांव में कमलेश को तलाश किया किसी पड़ोसी ने पुलिस को बताया कि कमलेश बक्से में बंद है। इसी सूचना पर चौकी इंचार्ज ने दो मंजिला मकान पर कमलेश व बक्से को तलाश किया। जब पुलिस ने नीचे वाले कमरे में जाकर बक्सा देखा पुलिस ने चाबी मंगा कर जब बक्सा खोला तो कमलेश बक्से में मृत देखकर पुलिस के होश उड़ गए।

बताया गया है गिरीश के परिवार के बच्चों ने ही पड़ोस के लोगों को कमलेश के बक्से में बंद होने की जानकारी दी थी। चर्चा थी कि गिरीश के परिवार ने जायदाद हड़पने की रंजिश में कमलेश की हत्या की है। यदि रात गुजर जाती तो कमलेश के शव को गायब कर दिया जाता। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक विकास कुमार सीओ अमृतपुर एवं फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर जांच पड़ताल की।

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