फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) लापरवाही से प्रसव कराने के दौरान प्रसूता की मौत के मामले में अस्पताल संचालक व आधा दर्जन डॉक्टरों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक कोतवाली कायमगंज के मोहल्ला बगिया मंगूलाल निवासी सिकंदर की 29 वर्षीय पत्नी लक्ष्मी 9 माह गर्भवती थी। सिकंदर 31 अगस्त की रात्रि लगभग देढ बजे पत्नी को कृष्णा हास्पिटल में ले जाना चाहता था।
लेकिन रास्ते मे शिव बजरंग हास्पिटल पुल गालिब के डा0 नीरज वर्मा, डा0 अनुराग जायसवाल डा0 कु0 मनोज गोयल, डा0 अंशुल शाक्य, डा0अमरनाथ डा0 विशाल गुप्ता, प्रो0 अंकित शाक्य एजेंट हिमांशू व उनकी टीम ने सिकंदर से पत्नी को अपने हास्पिटल में भर्ती कराने को कहा। सिकंदर ने बताया कि अस्पताल वालों ने वादा किया कि हम तुम्हारी पत्नी का साधारण प्रसव करा देंगे। जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी भी उक्त हास्पिटल के डाक्टरों व उनकी टीम ने ली थी।
उक्त लोगो ने मुझसे 25 00 रुपये जमा कराये सुबह लगभग 4 बजे हास्पिटल के लोगो ने कहा कि अब आपरेशन होगा और आपरेशन के लिये खून की जरुरत पडे़गी। यह कहकर 12 हजार रुपये और जमा करा लिये। प्रसव की पूर्ण जानकारी न होने के बाबजूद जबरन प्रसव कराया गया। प्रसव करने वाली टीम मे कोई भी नर्स नही थी सिर्फ पुरुष डाक्टर ने प्रसव कराया था। प्रसव के दौरान ही मेरी पत्नी की जान चली गई। उक्त लोगो ने अपनी बोलेरो गाडी मंगाकर पत्नी लक्ष्मी को उसमे डालकर कहा कि इसकी हालत ज्यादा गम्भीर है इसे फर्रुखाबाद ले जाओ।
जब मैने अपनी पत्नी को देखा तो वह बोलेरो मे मृत पडी़ थी। जिस पर मैंने व ससुर हरीनरायण व परिजनो ने विरोध किया। तो उक्त लोग मुझे जान से मारने की धमकी भी देते हुए हास्पिटल छोड़कर भाग गये। मुकदमे की जांच प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश पाल को सौंप गई है।