फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) पीड़ित ग्राम पंचायत सदस्यों एवं ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से दबंग प्रधान की माफियागीरी एवं फर्जीवाडे की शिकायत की है। थाना अमृतपुर के ग्राम बली पटटी रानीगांव निवासी सुनील कुमार ने डीएम को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया कि मैं ग्राम पंचायत का निर्वाचित सदस्य तथा भूमि प्रवन्ध समिति का सदस्य हैं। मै ग्रामपंचायत से सम्बंधित 18 दिसंबर 23 तथा 26 दिसंबर को अधिकारियों से प्रदान की शिकायत कर चुका है।
प्रधान श्रीमती शशी शुक्ला की मिलीभगत से उसके दबंग पति ब्रह्मदत्त शुक्ला व पुत्र सुमित, अमित शुक्ला, देवर देवदत्त व भान्जे अजीत तिवारी ने एकराय होकर ग्राम समाज की सैकड़ों बीघा जमीन अपने कुछ साथियों से रूपया 3 हजार से 4 हजार प्रति वीघा बसूली कर तथा स्वंय कब्जा कर फसल कर रखी है। पिछले कई वर्षों से शिकायत करने के वावजूद गांव सभा की भूमि कब्जा मुक्त नहीं हो रही है और न ही जुर्माना राशि सरकारी खाते में जमा हो रही है।
विगत वर्ष मात्र 14-15 बीघा का जुर्माना नीलामी के बाद जमा हुआ। डीम से फरियाद की गई कि उच्चाधिकारी की निगरानी में टीम बनाकर गांव सभा की अवैध रूप से कब्जा कर जमीन पर बोयी गयी फसल की नीलमी कराकर धनराशि ग्राम सभा के खाते में जमा करायी जाये। साथ ही भू माफियाओं पर कानूनी कार्यवाही की जाए। गांव के विनय कुमार ने डीएम को अवगत कराया कि मेरी मां विमला देवी ग्राम पंचायत की निर्विरोध निर्वाचित सदस्य व भूमि प्रवन्ध समिति की सदस्य है।
गांव सभा की विना वैठक बुलाये गांव के सदस्यों से दस्तखत कराने हेतु प्रधान पति व पुत्र घर पर जाकर कोरे रजिस्टर पर दवाव बनाते है। अभी तक गांव में 27 मई 21 को प्राथमिक पाठशाला वली पटट्टी रानी गांव में पहली मीटिंग छोड़कर एक भी मीटिंग नही हुई। जिसमें सदस्यों को बुलाकर ग्राम प्रधान शशी प्रभा व सचिव आशुतोष दुवे ने मीटिंग नही की। प्रधान पति दबंग है। इन पर कई मुकदमें लिखे जा चुके है।
गांव में सदस्यों को दस्तखत न करने पर फदाली की तरह अंजाम भुगतने की धमकी देते है। मनमाने तरीके से विना काम कराये, विना बैठक, विना प्रस्ताव, विना आवश्यकता के लाखों रूपयों के फर्जी मास्टर रोल भरकर मनरेगा से रूपया अपनी फर्म के माध्यम से निकालकर सड़क के खाते में (सुरक्षित श्रेणी की भूमि ) पर भी निर्माण कराने पर आमादा रहते है। शिकायत करने पर जान माल की धमकी देते हैं।
डीएम से मांग की गई कि ग्राम बली पटदी में सड़क के खाते में दर्ज जमीन पर बनाये गये (निजी व सरकारी मकानों) को चिन्हित कर ध्वस्त कराने व नये निर्माण होने से रुकवाने को कहा गया। गांव के नरसिंह शाक्य सोनू शुक्ला आदि ने भी जमीन संबंधी शिकायतें की हैं। जिलाधिकारी ने करवाई करने का शासन दिया है।







